Table of Content
क्रिप्टो करेंसी में बिटकॉइन को छोड़कर जितने भी कॉइंस है उनको alt coins कहते हैं. alt coins के भी तीन प्रकार होते हैं. जैसे की stable coin, cryptocurrency and token .Token भी 3 तरह के होते हैं जैसे कि utility token ,asset token और equity token . Equity Token को Security token भी कहा जाता है .
स्टेबल कॉइन क्या है?
आप सब जानते हैं कि क्रिप्टो करेंसी का ज्यादा volatile होते हैं हर दिन उनका price काफी ज्यादा बदलता है .इस समस्या का हल करने के लिए एक तरह का कॉइन लाया गया जिसे stable coin कहते हैं. Stable coin को सपोर्ट मिलता है Real World Asset जैसे कि gold और fiat currency से इसलिए यह stable होते हैं. Tether यह stable coin का एक बढ़िया उदाहरण है,जिसे USDT भी कहा जाता है .Tether USD के समान है. एक USDT एक USD के बराबर होता है. USD का प्राइस अगर बदलेगा तो USDT का प्राइस भी बदलेगा.
Advantages of Stable Coin:
1]स्टेबल कॉइन स्टेबल तो होता ही है उसके साथ decentralize भी होता है.
2]Stable Coin काफी ज्यादा फास्ट होता है tranjaction करने में.
टोकन क्या है?
लोग अक्सर क्रिप्टोकरंसी को ही token समझते हैं परंतु करेंसी और token में एक छोटा सा फर्क है क्रिप्टोकरंसी को सिर्फ पियर-पियर ट्रांजैक्शंस के लिए इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन token क्रिप्टोकरंसी जैसा काम तो करता ही है उसके साथ उसके और भी दूसरे फंक्शन हैं. टोकन तीन तरह के होते हैं utility token , asset token, equity token.
यूटिलिटी टोकन क्या है?
एक उदाहरण के साथ समझते हैं Etherium एक ब्लॉकचेन प्लेटफार्म है और उसका यूटिलिटी टोकन है Ether अगर ब्लॉकचेन प्लेटफार्म पर कोई डाटास्टोर करना चाहेगा , डिसेंट्रलाइज्ड ऐप या smart contract बनाएगा तो इसे ether pay करना होगा यूटिलिटी टोकन का उपयोग किसी एक ब्लॉकचेन में होता है जहां पर वह बना होता है.
ऐसेट टोकन क्या है?
ऐसेट टोकन वो होता है जो किसी एसेट को रिप्रेजेंट करता है. मान लीजिए आपका कोई रियल एस्टेट प्रॉपर्टी है. उस प्रॉपर्टी का ownership का प्रूफ आपके पास डॉक्यूमेंट के फॉर्म में आपके पास होगा. आपका डॉक्यूमेंट आपके प्रॉपर्टी को रिप्रेजेंट करता है, अगर कोई टोकन उस डॉक्यूमेंट की जगह इस प्रॉपर्टी को रिप्रेजेंट करता है तो उसे ऐसेट टोकन कहा जाएगा ,अगर आपको किसी दूसरे को प्रॉपर्टी ट्रांसफर करना है तो सिर्फ वह टोकन ट्रांसफर करना पड़ेगा. इसका एक बड़ा उदाहरण है NFT(non fungible token).
इक्विटी टोकन क्या है?
इक्विटी टोकन को सिक्योरिटी टोकन भी कहा जाता है. इक्विटी टोकन को आप इक्विटी शेयर के साथ कंपेयर कर सकते हैं इक्विटी टोकन के माध्यम से कोई कंपनी अपने ऐसेट ओनरशिप शेयर कर सकती है .इक्विटी टोकन के लॉन्चिंग के दौरान ICO(initial coin offering) करते हैं. ऐस में लोग पार्टिसिपेट करते हैं और कुछ कॉइन own करते हैं जब कंपनी का कैपिटल गेन होता है तो इक्विटी टोकन होल्डर को भी उसका प्रॉफिट मिलता है. slice, bftoken यह सारे इक्विटी टोकन के उदाहरण है.